प्रेम सुधा का घन है नारी, सुगंधित मानो उपवन है नारी! प्रेम सुधा का घन है नारी, सुगंधित मानो उपवन है नारी!
हृदय विदारक है तेजाबी हमला, हाय कैसे इसके क्रूर दंश से बचे अबला ? हृदय विदारक है तेजाबी हमला, हाय कैसे इसके क्रूर दंश से बचे अबला ?
आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र। आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र।
ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है.. ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है..
तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्या फायदा...! तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्य...
इस दर्द को दर्द समझे बिना मरहम लगाया हर बार में चिल्लाई तभीआकर मुझे बचाया । इस दर्द को दर्द समझे बिना मरहम लगाया हर बार में चिल्लाई तभीआकर मुझे बचाया ।